Rapid Rail viral MMS Update: नमो भारत ट्रेन में अश्लीलता का वीडियो लीक: ऑपरेटर पर गिरी गाज, कपल पर मुकदमा दर्ज
RRTS Viral MMS Update: गाजियाबाद रैपिड रेल के प्रीमियम कोच में कपल की आपत्तिजनक हरकत का वीडियो वायरल। सीसीटीवी फुटेज लीक करने वाले ऑपरेटर को किया बर्खास्त। जानिए क्या है पूरा कानूनी मामला।
Khabardar India, गाजियाबाद: देश की अत्याधुनिक परिवहन सेवा 'नमो भारत' (Rapid Rail) इन दिनों अपनी रफ़्तार के लिए नहीं, बल्कि एक विवादित घटनाक्रम के कारण चर्चा के केंद्र में है। गाजियाबाद के दुहाई और मुरादनगर के बीच प्रीमियम कोच में एक जोड़े की आपत्तिजनक हरकत और उसके बाद ट्रेन ऑपरेटर द्वारा सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक करने के मामले ने यात्रियों की निजता और सुरक्षा प्रोटोकॉल पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या है पूरा मामला?
Namo Bharat Leaked MMS बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हुआ, जिसमें एक युवक और युवती को रैपिड रेल के प्रीमियम कोच में आपत्तिजनक स्थिति में देखा गया। घटना 24 नवंबर की बताई जा रही है। जैसे ही यह वीडियो सार्वजनिक हुआ, नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (NCRTC) और उत्तर प्रदेश पुलिस हरकत में आ गई। जाँच में पाया गया कि यह वीडियो किसी यात्री ने नहीं, बल्कि ट्रेन के ऑपरेटर ने अपने केबिन में लगे लाइव सीसीटीवी मॉनिटर से रिकॉर्ड किया था।
ऑपरेटर की बर्खास्तगी और कानूनी शिकंजा
पत्रकारिता के सूत्रों और आधिकारिक बयानों के अनुसार, ट्रेन ऑपरेटर ऋषभ को इस कृत्य का मुख्य दोषी माना गया है। ऑपरेटर का काम सुरक्षा पर नजर रखना था, लेकिन उसने पद की गरिमा का उल्लंघन करते हुए फुटेज को अपने निजी मोबाइल में रिकॉर्ड कर वायरल कर दिया।
मुरादनगर थाना पुलिस ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की है:
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ऑपरेटर पर एक्शन: ड्यूटी के दौरान अनुशासनहीनता और निजता के हनन के आरोप में ऑपरेटर को तत्काल प्रभाव से नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। उसके खिलाफ आईटी एक्ट (IT Act) की धारा 67 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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कपल पर मुकदमा: सार्वजनिक स्थल पर अश्लीलता फैलाने के आरोप में अज्ञात युवक-युवती के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 296 और 77 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस सीसीटीवी की मदद से उनकी पहचान करने में जुटी है।
निजता बनाम सुरक्षा: एक बड़ा सवाल
इस घटना ने दो बड़े विवादों को जन्म दिया है। पहला, सार्वजनिक परिवहन में बढ़ती अश्लीलता और दूसरा, सीसीटीवी निगरानी की मर्यादा। विशेषज्ञों का कहना है कि सुरक्षा के लिए लगाए गए कैमरे यदि किसी की निजता को सार्वजनिक करने का हथियार बन जाएं, तो यह व्यवस्था पर से जनता का विश्वास कम करता है।
NCRTC के एक प्रवक्ता ने स्पष्ट किया, "हम यात्रियों की सुरक्षा और मर्यादा के प्रति प्रतिबद्ध हैं। किसी भी कर्मचारी द्वारा नियमों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।"
Namo Bharat Viral MMS Case: गाजियाबाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई, ऑपरेटर बर्खास्त और कपल पर मुकदमा
नमो भारत जैसी प्रीमियम सेवाओं में इस तरह की घटनाएँ प्रशासन के लिए एक सबक हैं। जहाँ एक ओर सार्वजनिक स्थलों पर शालीनता बनाए रखना नागरिकों की जिम्मेदारी है, वहीं दूसरी ओर सुरक्षा तंत्र में बैठे लोगों की जवाबदेही तय करना भी अनिवार्य है। फिलहाल पुलिस कपल की तलाश कर रही है, ताकि सार्वजनिक मर्यादा भंग करने के मामले में सख्त संदेश दिया जा सके।

