एक ही दिन में 18% गिरा PNB Housing Finance का शेयर – CEO के इस्तीफे से निवेशकों में मचा हड़कंप, क्या है पूरी कहानी?

PNB Housing Finance: घर के सपनों को साकार करने वाली कंपनी का सफर
भारत में अगर कोई ऐसी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है जिसने लाखों लोगों को अपना घर बनाने में मदद की है, तो वह है PNB Housing Finance Limited। आइए जानते हैं इसकी शुरुआत से लेकर आज तक का सफर और कारोबार का पूरा हाल।
कंपनी का इतिहास और बाज़ार में स्थिति
PNB Housing Finance Limited की स्थापना 1988 में पंजाब नेशनल बैंक (PNB) की सहायक कंपनी के रूप में हुई थी। यह भारत की प्रमुख हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों में से एक है, जिसने 2009 तक NHB से रजिस्ट्रेशन प्राप्त किया। तीन दशकों से भी ज्यादा समय में इसने होम लोन सेक्टर में अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
कंपनी ने नवंबर 2016 में IPO के माध्यम से सार्वजनिक रूप से शेयर जारी किए और यह NSE तथा BSE पर लिस्ट हुई। इसकी AUM 2017 में ₹25,000 करोड़ पार कर गई थी और 2024 तक यह ₹74,469 करोड़ तथा FY2026 के पहले क्वॉटर (Q1) में ₹82,520 करोड़ तक पहुँच चुकी है।
- PNB Housing Finance का मार्केट कैप वर्तमान में लगभग ₹25,686 करोड़, इक्विटी ₹16,863 करोड़ है।
- वर्ष 2025 में कंपनी की कुल आय ₹2036.78 करोड़ के लगभग रही, जबकि इसका नेट प्रॉफिट ₹550 करोड़ के करीब रहा।
- पिछले कुछ वर्षों में शेयर ने अच्छा रिटर्न दिया है, खासकर पिछले तीन सालों में इसमें 280% तक की वृद्धि देखी गई है।
- कंपनी समय-समय पर डिविडेंड देती रही है। 2025 में इसका फाइनल डिविडेंड ₹5 प्रति शेयर रहा।
- कंपनी में पंजाब नेशनल बैंक की 28% हिस्सेदारी है, जबकि बाकी शेयर पब्लिक के पास 24% और अन्य निवेशकों के पास 30% हैं।
मुख्य कारोबार और सेवाएं
PNB Housing Finance होम लोन के साथ साथ कई तरह की वित्तीय सेवाएं प्रदान करती है, जिनमें शामिल हैं:
- गृह ऋण (Home Loan): घर खरीदने के लिए आसान फाइनेंसिंग।
- प्रॉपर्टी के बदले ऋण (Loan Against Property): संपत्ति गिरवी रखकर लोन की सुविधा।
- प्लॉट लोन (Plot Loan): जमीन खरीदने के लिए खास लोन।
- कंस्ट्रक्शन लोन: नया घर बनाने के लिए फाइनेंसिंग।
- होम इम्प्रूवमेंट लोन: घर की मरम्मत और सजावट के लिए फंडिंग।
यह रिटेल और कॉरपोरेट दोनों ग्राहकों के लिए काम करती है और डिपॉजिट-टेकिंग कंपनी है। कंपनी का उद्देश्य है कि हर मध्यम और उच्च आय वर्ग का परिवार अपने सपनों का घर आसानी से बना सके।
इस्तीफा जिसने हिला दी कंपनी की नींव
कंपनी के MD और CEO गिरीश कौसगी ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
रेगुलेटरी फाइलिंग में बताया गया कि उन्होंने यह फैसला “अपने करियर में नए अवसरों की तलाश” के लिए लिया है।
हालांकि यह व्यक्तिगत कारण बताया गया है, लेकिन मार्केट में इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
शेयर में गिरावट
- शेयर में एक ही दिन में ₹180 से ज्यादा की गिरावट देखी गई।
- आज शेयर लगभग 18% गिरकर ₹800–₹819.25 तक पहुंच गया, जो पिछले चार महीनों का सबसे निचला स्तर है।
- ट्रेडिंग वॉल्यूम औसत से लगभग 17 गुना ज्यादा रहा।
मुख्य कारण CEO Girish Kousgi का अचानक इस्तीफा बताया जा रहा है, जिसने निवेशकों में अनिश्चितता पैदा की जिसके परिणाम स्वरूप कई निवेशकों ने घबराकर अपने शेयर बेच दिए, जिससे गिरावट और तेज हो गई।
कंपनी ने साफ किया है कि यह इस्तीफा किसी रणनीतिक बदलाव का हिस्सा नहीं है और विकास की मौजूदा योजनाएं पहले की तरह जारी रहेंगी।
बोर्ड नए CEO की तलाश कर रहा है और निवेशकों को भरोसा दिलाया गया है कि कंपनी की नींव मजबूत है। गिरीश कौसगी का अचानक इस्तीफा निवेशकों के लिए अप्रत्याशित था। हालांकि उन्होंने यह कदम व्यक्तिगत करियर कारणों से उठाया, लेकिन लीडरशिप में इस बदलाव ने बाजार का भरोसा हिला दिया। अब देखना होगा कि नया CEO कौन बनता है और कंपनी इस संकट से कितनी जल्दी उभरती है।
डिस्क्लेमर:
इस आर्टिकल में दी गई जानकारी केवल समाचार और सामान्य जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत की गई है। इसमें किसी भी प्रकार की निवेश सलाह, शेयर खरीदने या बेचने की सिफारिश शामिल नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है, इसलिए किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें। इस खबर में दी गई सभी जानकारी कंपनी की आधिकारिक घोषणाओं और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध स्रोतों पर आधारित है।