War 2 Movie Review: ऋतिक रोशन और जूनियर एनटीआर की धमाकेदार जंग, एक्शन से भरपूर
War 2 Movie Review in Hindi – ऋतिक रोशन और जूनियर एनटीआर की बहुप्रतीक्षित एक्शन-थ्रिलर, जो YRF Spy Universe का हिस्सा है, Independence Day Weekend 2025 पर रिलीज़ हुई। अयान मुखर्जी के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में दमदार एक्शन सीक्वेंस, रोमांचक कहानी और बेहतरीन परफॉर्मेंस ने दर्शकों को बांधे रखा। जानें क्रिटिक्स और दर्शकों की राय, IMDB रेटिंग और बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट।
Aug 14, 2025, 16:34 IST
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War 2 Review:यशराज फिल्म्स का स्पाई यूनिवर्स अब तक “टाइगर” और “पठान” जैसे बड़े हिट दे चुका है। 2019 की “War” के बाद दर्शकों की उम्मीदें बहुत ऊँची थीं, और इस बार निर्देशक की कुर्सी पर हैं अयान मुखर्जी जिन्होंने इस फ्रेंचाइज़ी में अपनी स्टाइल और विजुअल ग्रैंडर का तड़का लगाया है। ₹200–₹400 करोड़ के बजट में बनी War 2 को Independence Day वीकेंड पर रिलीज़ किया गया, ताकि देशभक्ति और एक्शन का डबल डोज़ दर्शकों को मिले।
रिलीज़ डेट: 14 अगस्त 2025
निर्देशक: अयान मुखर्जी
कलाकार: ऋतिक रोशन, जूनियर एनटीआर, कियारा आडवाणी, अनिल कपूर, आशुतोष राणा
कहानी(War 2 Movie story): कबीर vs विक्रम
फिल्म वहीं से शुरू होती है, जहां पिछली “War” खत्म हुई थी। मेजर कबीर धालीवाल (ऋतिक रोशन) इस बार एक ऐसे मिशन पर है, जो उसे अपने ही देश के एजेंट मेजर विक्रम चेलापथि (जूनियर एनटीआर) के आमने-सामने खड़ा कर देता है। दोनों का मकसद भले ही एक है देश की सुरक्षा लेकिन उनके तरीके बिल्कुल अलग। मिशन के बीच में कियारा आडवाणी का किरदार विंग कमांडर काव्या लूथरा कहानी में एक भावनात्मक और मानवीय परत जोड़ता है।
ऋतिक और एनटीआर
ऋतिक रोशन की एंट्री से ही थिएटर में सीटी-ताली का माहौल बन जाता है। उनका सधा हुआ एक्शन, डायलॉग डिलीवरी और स्क्रीन प्रेज़ेंस अभी भी उतना ही दमदार है। जूनियर एनटीआर, जो हिंदी फिल्मों में पहली बार नजर आ रहे हैं, अपनी ऊर्जा और मास अपील से स्क्रीन पर तूफान खड़ा कर देते हैं। दोनों के बीच के मुकाबले चाहे वो फाइट सीक्वेंस हो या तनाव भरी बातचीत फिल्म के हाईलाइट्स हैं।
एक्शन और विजुअल्स(action and visuals): बड़ा पैमाना, बड़ी उम्मीदें
फिल्म का सबसे मजबूत पहलू इसका एक्शन है। स्पेन की तंग गलियों में बाइक चेज़, बर्फ़ीली आर्कटिक में फाइट और हेलिकॉप्टर से छलांग ये सब इंटरनेशनल क्वालिटी के हैं। कैमरा वर्क और लोकेशन सिलेक्शन कमाल का है, जो थिएटर में विजुअल ट्रीट देता है। संगीतकार प्रीतम ने “जय जय शिवशंकर 2.0” जैसी बीट-हैवी ट्रैक दिए हैं, और बैकग्राउंड स्कोर एक्शन सीन्स को और इंटेंस बनाता है।
कमजोरियां
पहले हाफ में कहानी तेज रफ्तार से भागती है, लेकिन इंटरवल के बाद स्क्रिप्ट ढीली पड़ती है। ट्विस्ट मौजूद हैं, लेकिन कई सीन प्रेडिक्टेबल लगते हैं। कियारा आडवाणी जैसे कलाकार को और बेहतर स्क्रीन टाइम दिया जा सकता था।